लघु व्यवसाय की भूमिका,
इस कोर्स में में हम यह समझेंगे कि किसी देश की आर्थिक और सामाजिक प्रगति में लघु व्यवसायों की क्या भूमिका होती है। इस कोर्स की शुरुआत लघु व्यवसाय की परिभाषा और विशेषताओं से होती है, जिसमें सीमित पूंजी, स्थानीय संचालन, कम कर्मचारियों की आवश्यकता और लचीलापन शामिल हैं। कोर्स में बताया जाएगा कि कैसे लघु व्यवसाय रोजगार सृजन, उद्यमिता को बढ़ावा, ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों के विकास, और नए उत्पादों व सेवाओं में नवाचार का स्रोत बनते हैं। हम यह भी सीखेंगे कि ये व्यवसाय आत्मनिर्भर भारत जैसे अभियानों में कैसे योगदान दे रहे हैं और आर्थिक विकास में सरकार की क्या भूमिका है। साथ ही, लघु व्यवसायों के सामने आने वाली चुनौतियों और सरकारी सहायता योजनाओं पर भी विस्तार से चर्चा की जाएगी। यह कोर्स छात्रों, स्टार्टअप्स और उद्यमियों के लिए अत्यंत लाभदायक है। Commerce lectures